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Important Plains of the world

           | विश्व के महत्त्वपूर्ण मैदान |


      मैदान                  –              देश

मंचूरियन का मैदान               चीन


कांटो का मैदान    –       होंशू द्वीप जापान


इरावती का मैदान               –    म्यामार


डाउंस मैदान    –              ऑस्ट्रेलिया


मरे डार्लिंग            –     ऑस्ट्रेलिया  गेहूं


सिंधु सतलज का मैदान –भारत-पाकिस्तान


गंगा ब्रह्मपुत्र का मैदान  –भारत-बांग्लादेश


इरावती का मैदान –    म्यामार


हंगरी का मैदान –  कारपेथियन


लंबोड़ी का मैदान   – इटली यूरोप


मेकांग का मैदान  – कबोडिया





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World's largest island |विश्व के सबसे बड़े द्वीप

                    विश्व का भूगोल विश्व के सर्वाधिक बड़े द्वीप •  विश्व में कई छोटे बड़े  द्वीप है  और आज हम बात करते है 10 सबसे बड़े द्वीप की 1•  विश्व का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैंड  द्वीप है इसका  क्षेत्रफ़ल – 2, 130800 वर्ग किलमीटर है  और यह डेनमार्क  में अवस्थिति है  इसकी ऊंचाई 3610 मीटर है 2• विश्व का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप न्यूगिनी है जो कि बंगाल की खाड़ी में  के पास है इसका क्षेत्रफ़ल 785753 वर्ग किलमीटर में फैला हुआ है  ये इंडोनेशिया पापुआ न्यू गिनी में स्थिति है दीप          अवस्थिति          क्षेत्रफ़ल वर्ग km ग्रीनलैंड         डेनमार्क          2, 130800 न्यूगिनी  –इंडोनेशिया पापुआ न्यू गिनी – 78 5753 बोर्निया –  इंडोनेशिया मलेशिया –748168       मेडागास्कर    – मेडागास्कर         587713 बेफिन आइसलैंड  –  कनाडा       507451 सुमात्रा          –     इंडोनेशिया      443066 होंशु      –     जापान              225800 विक्टोरिया आइसलैंड –   कनाडा   217291 ग्रेट ब्रिटेन  – यूनाइटेड किंगडम   209331 एल

बाबर

बाबर (1526-1530 ई.) ● भारत में मुगल सत्ता का संस्थापक बाबर था। बाबर का वास्तविक नाम 'जहरुद्दीन मुहम्मद' था। तुर्की भाषा में बाबर का अर्थ 'बाघ' होता है। अतः जहीरुद्दीन मुहम्मद अपने पराक्रम एवं निर्भीकता के कारण 'बाबर' कहलाया तथा बाद में उसका यही नाम प्रचलित हो गया। ● बाबर के पिता तैमूर वंशज और माता मंगोल वंशज थी। इस प्रकार उसमें तुर्कों एवं मंगोलों दोनों के रक्त का मिश्रण था। ● बाबर का जन्म 14 फरवरी, 1483 ई. को फरगना के एक छोटे से राज्य में हुआ था, जो अब उज्बेकिस्तान में है। ● बाबर ने जिस नवीन वंश की नींव डाली, वह तुर्की नस्ल का चगताई' वंश था। जिसका नाम चंगेज खाँ के द्वितीय पुत्र के नाम पर पड़ा, परंतु आमतौर पर उसे 'मुगल वंश' पुकारा गया है। ● बाबर अपने पिता की मृत्यु के बाद 11 वर्ष की ई. में फरगना की गद्दी पर बैठा। अल्पायु में 1494 में ● बाबर ने अपने फरगना के शासनकाल में 1501 ई. में समरकंद पर अधिकार किया, जो मात्र आठ महीने तक ही उसके कब्जे में रहा। 1504 ई. में काबुल विजय के उपरांत बाबर का काबुल और गज़नी पर अधिकार हो गया। 1507 ई. में बाबर ने '